000 | 02800nam a22001697a 4500 | ||
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999 |
_c80798 _d80798 |
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005 | 20200225154227.0 | ||
008 | 200225b ||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a978-81-8031-969-3 | ||
040 | _cLokbharati Prakashan | ||
082 |
_a780.954 P2789 S _b301862 |
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100 | _aDr. Sudha Patwardhan | ||
245 | _aSmaraṇa saṅgīta / स्मरण संगीत | ||
260 |
_aAllahabad _bLokbharati Prakashan _c2014 |
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300 | _a216 Pp | ||
521 | _aगायिका, गुरु, पदाधिष्ठितज्ञ आदि अनेक प्रकार से संगीत के क्षेत्र में लम्बे समय से कार्यरत रही डी. सुधा पटवर्धन ने अपनी पुस्तक 'स्मरण संगीत' में संगीत से सम्बन्धित अनेक विषयों पर अपने निरीक्षण एवं अभिप्राय पेश किये हैं। निजी स्मृतियाँ. संगीत की प्रथाओं-परम्पराओं पर भाष्य, कुछ मौलिक संगीत विषयों पर संक्षेप में विवेचन, इस प्रकार से पुस्तक का स्वरूप बहुआयामी है। अभिजात संगीत और मुख्य रूप में गायन संगीत तथा घरानों से लेकर संगीत के आर्थिक व्यवहार तक कई विषयों का परामर्श इस पुस्तक में लिया गया है। प्रतिपादन में खुलापन, गिने-चुने शब्दों में आशय व्यक्त करने की क्षमता जैसे गुणों का होना इस पुस्तक की विशेषता माननी होगी। लेखनी में पैनापन, संगीत के निर्दोष एवं स्वस्थ सफर के लिए दी गयी सूचनाएँ तथा निर्देश अच्छा योगदान दे सकते हैं। शैली सीधी सरल है। गुरु-माहात्म्य, गुरु-निष्ठा, गुरु सेवा, गुरुमुखी विद्या, रियासतें, पठनीय विचार पुस्तक में हैं। संगीत-प्रेमियों के लिए एक अनिवार्य पठनीय पुस्तक। | ||
942 |
_2ddc _cBK |