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Gaban (Record no. 83214)

MARC details
000 -LEADER
fixed length control field 02861nam a22001217a 4500
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER
ISBN 9789389742688
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER
Classification number 891.4335 P916 G
Item number 110584
100 ## - MAIN ENTRY--PERSONAL NAME
Personal name Premchand
245 ## - TITLE STATEMENT
Title Gaban
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC.
Place of publication Delhi
Name of publisher Lokbharti Prakashan
Date of publication 2020
500 ## - GENERAL NOTE
General note <br/>गबन प्रेमचंद का प्रसिद्ध उपन्यास है । इस उपन्यास में उन्होंने भारतीय नारी के आभूषण-प्रेम को आधार बनाकर मध्यवर्ग के आर्थिक और सामाजिक अंतरविरोधियों का मनोहारी चित्रण किया है । रमानाथ जैसा चरित्र प्रेमचंद की गहरी दृष्टि का परिणाम है जो अपनी पत्नी की आभूषण लिप्सा के लिए चोरी करने पर उतर आता है । गबन करता है और फिर गबन के अपराध से बचने के लिए शहर छोड़कर भागने के लिए मजबूर हो जाता है । इसी कारण रमानाथ लगातार एक के बाद दूसरी कठिनाइयों में फंसता चला जाता है लेकिन प्रेमचंद का अभिप्राय मात्र रमानाथ की कहानी का नहीं है । वे इसके मध्यम से व्यवस्था और पोलिसतंत्र के भ्रष्टाचार, क्रूरता और अमानवीयता का चित्रण करते हैं, और बताते हैं कि सारी व्यवस्था भ्रष्टाचार के दलदल में धंस चुकी है । लोग गलत ढंग से धन कमाने को ही अपनी असली कमाई मानने लगे हैं । प्रेमचंद अपने इस उपन्यास में राष्ट्रीय आन्दोलन की गतिविधियों को भी ले आते हैं और इससे अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता को भी अत्यन्त कलात्मक ढंग से व्यक्त करते हैं । यही कारण ही कि इतने लम्बे अरसे के बाद भी भारतीय मानव में एक महत्वपूर्ण कथा-कृति के रूप में टिका हुआ है
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA)
Koha item type Books
Holdings
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        Ubhayabharati Ubhayabharati 15/06/2023 Lokbharati prakashan BR/348 300.00   891.4335 P916 G 110584 15/06/2023 Books
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