CVV logo
विद्यया रक्षिता संस्कृतिः सर्वदा।
संस्कृतेर्मानवाः संस्कृता भूरिदा:।।
Knowledge protects culture forever
Cultured people share abundantly.Swami Tejomayananda Founder – Chinmaya Vishwavidyapeeth
CVV logo
L I B R A R Y   O P A C

Log Jo Mujhmein Rah Gaye (Record no. 83241)

MARC details
000 -LEADER
fixed length control field 03382nam a22001337a 4500
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER
ISBN 9789392757327
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER
Classification number 891.43 An89 L
Item number 110602
100 ## - MAIN ENTRY--PERSONAL NAME
Personal name Anuradha Beniwal
245 ## - TITLE STATEMENT
Title Log Jo Mujhmein Rah Gaye
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC.
Place of publication Delhi
Name of publisher Sarthak
Date of publication 2022
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION
Number of Pages 168
500 ## - GENERAL NOTE
General note एक लड़की जो अलग-अलग देशों में जाती है और अलग-अलग जींस और जज़्बात के लोगों से मिलती है। कहीं गे, कहीं लेस्बियन, कहीं सिंगल, कहीं तलाक़शुदा, कहीं भरे-पूरे परिवार, कहीं भारत से भी ‘बन्द समाज’ के लोग। कहीं जनसंहार का—रोंगटे खड़े करने और सबक देने वाला—स्मारक भी वह देखती है जिसमें क्रूरता और यातना की छायाओं के पीछे ओझल बेशुमार चेहरे झलकते हैं। उनसे मुख़ातिब होते हुए उसे लगता है, सब अलग हैं लेकिन सब ख़ास हैं। दुनिया इन सबके होने से ही सुन्दर है। क्योंकि सबकी अपनी अलहदा कहानी है। इनमें से किसी के भी नहीं होने से दुनिया से कुछ चला जाएगा। अलग-अलग तरह के लोगों से कटकर रहना हमें बेहतर या श्रेष्ठ मनुष्य नहीं बनाता। उनसे जुड़ना, उनको जोड़ना ही हमें बेहतर मनुष्य बनाता है; हमारी आत्मा के पवित्र और श्रेष्ठ के पास हमें ले जाता है। ऐसे में उस लड़की को लगता है—मेरे भीतर अब सिर्फ़ मैं नहीं हूँ, लोग हैं। लोग—जो मुझमें रह गए! लोग जो मुझमें रह गए—‘आज़ादी मेरा ब्रांड’ कहने और जीने वाली अनुराधा बेनीवाल की दूसरी किताब है। यह कई यात्राओं के बाद की एक वैचारिक और रूहानी यात्रा का आख्यान है जो यात्रा-वृत्तान्त के तयशुदा फ्रेम से बाहर छिटकते शिल्प में तयशुदा परिभाषाओं और मानकों के साँचे तोड़ते जीवन का दर्शन है। ‘यायावरी आवारगी’ श्रृंखला की यह दूसरी किताब अपनी कंडीशनिंग से आज़ादी की एक भरोसेमन्द पुकार है।
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA)
Koha item type Books
Holdings
Withdrawn status Lost status Damaged status Not for loan Home library Current library Date acquired Source of acquisition Purchase price Total Checkouts Full call number Barcode Date last seen Koha item type
        Ubhayabharati Ubhayabharati 19/06/2023 Lokbharati prakashan BR/348 299.00 1 891.43 An89 L 110602 05/01/2024 Books
Chinmaya Vishwa Vidyapeeth©2022.All rights reserved.
Supported by FOCUZINFOTECH.